महाराष्ट्र में बारिश के कारण सोयाबीन फसल को नुकसान और मूंगफली की निर्यात मांग बढ़ने के कारण स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को लगभग सभी राज्यों की कीमतों में सुधार आया।

बृहस्पतिवार को सीपीओ के आरंभ शुल्क मूल्य में वृद्धि किए जाने की संभावना के कारण इस तेल की कीमत में भी सुधार दिखा रहा है जबकि बाजार में इसकी मांग अधिक नहीं है। बाजार सूत्रों ने कहा कि मध्य प्रदेश में जहां अगस्त महीने के दौरान बरसात की कमी से सोयाबीन की फसल 20-30 प्रतिशत प्रभावित हुई वहीं महाराष्ट्र में तीन-चार दिन से जारी बरसात के कारण लातूर, वासिम, नानदेड़ सहित लगभग 10 स्थानों पर सोयाबीन फसल नुकसान 25 से 30 प्रतिशत का नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि सोयाबीन फसल को नुकसान हुआ है और इसके तेल उत्पादन के प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए सरकारी तिलहन बिक्री करने वाली एजेंसियों को सरसों की सीमित मात्रा में बिकवाली करनी चाहिए। त्योहारी मौसम में सरसों तेल की मांग बढ़ने और हरियाणा और राजस्थान में नैफेड को सरसों की बिक्री के लिए पहले के मुकाबले बढ़ी हुई क्रमश: 5,158 रुपये और 5,352 रुपये क्विन्टल के हिसाब से बोली मिलने से सरसों तेल-तिलहनों की कीमतों में भी सुधार दर्ज हुआ। । दूसरी ओर निर्यात मांग के बढ़ने से मूंगफली दाना और इसके तेल की कीमतों में पर्याप्त सुधार आया। बाकी तेल तिलहनों के भाव पूर्ववत बने रहे।
तेल तिलहन बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल) – सरसों तिलहन – 5,590 – 5,630 (42 प्रतिशत चीनी का भाव) रुपये। मूंगफली दाना – 5,075- 5,125 रुपये। मूंगफली तेल मिल डिलीवरी (गुजरात) – 12,650 रुपये।
मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,910 – 1,960 रुपये प्रति टिन। सरसों तेल दादरी- 11,050 रुपये प्रति क्विंटल। सरसों पक्की घानी- 1,720 – 1,870 रुपये प्रति टिन। सरसों कढ़ी घानी- 1,840 – 1,950 रुपये प्रति टिन। तिल मिल डिलीवरी तेल- 11,000 – 15,000 रुपये। सोयाबीन तेल मिल डिलीवरी दिल्ली- 10,150 रुपये। सोयाबीन मिल डिलीवरी इंदौर- 9,950 रुपये। सोयाबीन तेल डीगाम- 9,120 रुपये।
CPCO X-Aundla- 8,070 रुपये। बिनौला मिल डिलीवरी (हरियाणा) – 9,100 रुपये। पलोलीन आरबीडी दिल्ली- 9,400 रुपये। पैलीन कांडला- 8,600 रुपये (बिना जीएसटी के)। सोयाबीन तिलहन मिल डिलीवरी भाव 4,095 – 4,120 लूज में 3,965 – 3,995 रुपये। मक्का खल (सरिस्का) – 3,500 रुपये।