वास्तुशास्त्र के अनुसार जिन घरों में वास्तु के नियमों की हमेशा अनदेखी होती रहती है पर आर्थिक परेशानियां और बीमारियां आती रहती हैं। ऐसे घरों में लगातार धन हानि, परिवार के सदस्यों के बीच मतभेद और नकारात्मक ऊर्जा हावी रहती हैं। आइए जानते हैं कि आपके घर में कौन-कौन से वास्तु दोष हो सकते हैं, जिनके बारे में आपको सचेत रहना चाहिए।

नल से पानी का टपकना अशुभ
अगर आपके घर के बाथरूम या अन्य स्थानों पर लगे हुए नल से अक्सर पानी टपकता रहता है तो यह बड़े आर्थिक नुकसान के संकेत है। वास्तु के नियम के अनुसार नल से पानी का टपकते रहना धीरे-धीरे धन के खर्च होने का संकेत होता है। इससे बरकत नहीं होती। इसलिए जब-जब नल से पानी टपकने लगे तो इसे तुरंत ही ठीक करवा लेना चाहिए।
इस दिशा में न तो कूदेदान
कभी भी भूलकर घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व की दिशा में कचड़ा नहीं होना चाहिए। ईशान दिशा देवी-देवताओं की दिशा मानी गई है। ऐसे में इस दिशा में अवशेष करने से धन के नुकसान होने की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है।
घर के उत्तर पूर्व दिशा में न हो रुकावट
अगर आपके घर की उत्तर-पूर्व की दिशा समतल नहीं है तो यह वास्तु दोष का कारण होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर पूर्व की दिशा ऊंची हो तो यह धन में रुकावट पैदा करता है।
घर में नहीं होना चाहिए टूटा हुआ बिस्तर
घर में जो चीजें बेकार हो जाए या टूट जाए उसे फौरन निकाल देना चाहिए। घर पर अगर बिस्तर टूटता है तो यह या तुरंत ठीक करना लें या फिर बाहर निकाल देना चाहिए। इससे नुकसान की संभावना बढ़ जाती है।
टूटा हुआ शीशा
घर पर मौजूद कांच की कोई भी चीज टूटी-फूटी नहीं होनी चाहिए। यह अशुभता की निशानी मानी जाती है। टूटे हुए कांच से नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा आर्कषित होती है।
सीढ़ी के नीचे न रखें कबाड़
वास्तु के अनुसार घर में बने हुए तारकी की निशानी मानी जाती है। ऐसे में भूलकर भी कभी छत पर सीढ़ी के नीचे कबाड़ की चीजें एकत्र नहीं होनी चाहिए। ऐसा करने से तारकी में बाधा और धन हानि की संभावना बढ़ जाती है।