लॉकडाउन के बाद अनलॉक के फेज में आईटी कंपनियों का कारोबार बेहतर होने लगा है. उनकी आर्डरबुक जहां मजबूत हुई है, वहीं इंटरनेशनल और घरेलू दोनों बाजारों में कारोबार बेहतर हुआ है. बेहतर सेंटीमेंट के चलते पिछले कुछ दिनों में आईटी शेयरों में जोरदार तेजी आ रही है. तकरीबन सभी फ्रंटलाइन शेयर अपने 1 साल के हाई पर है. फिलहाल इसका फायदा उठाने में म्यूचुअल फंड भी पीछे नहीं रहे हैं. म्यूचुअल फंड का सबसे ज्यादा फोकस आईटी शेयरों पर रहा है. सितंबर महीने में जिन 10 कंपनियों में म्यूचुअल फंड की सबसे ज्यादा वैल्यू बढ़ी है, उनमें टॉप 10 में 5 आईटी शेयर हैं. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने इस बारे में एक रिपोर्ट दी है.

इन कंपनियों के शेयरों पर सबसे ज्यादा फोकस
सितंबर महीने में जिन शेयरों पर म्यूचुअल फंड का सबसे ज्यादा फोकस रहा है, उनें टॉप 10 में 5 आईटी शेयर हैं.
- आरआईएल
- इंफोसिस
- टीसीएस
- HCL टेक
- डॉ रेड्डीज
- टेक महिंद्रा
- विप्रो
- सिप्ला
- ठपका लैब
- मारुति सुजुकी
बैंक शेयरों से बनाई दूरी
सितंबर महीने में जिन शेयरों में सबसे ज्यादा वैल्यू घटी है, उनमें टॉप 10 में 5 बैंक शेयर हैं.
इनमें पहले नंबर पर ICICI बैंक, दूसरे नंबर पर एक्सिस बैंक और तीसरे नंबर पर एसबीआई है. इस लिस्ट में अन्य 7 शेयर एयरटेल, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, एनटीपीसी, आईटीसी, एलएंडटी और एचयूएल शामिल हैं.
किन सेक्टर पर बढ़ा निवेश
सितंबर महीने में जिन सेक्टर पर अलोकेशन के मामले में म्यूचुअल फंड का फोकस बढ़ा है, उनमें टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर, आटो, आएल एंड गैस, केमिकल्स और सीमेंट सेक्टर शामिल हैं. वहीं, जिन पर अलोकेशन कम हुआ है उनमें बैंक (प्राइवेट और PSU), यूटिलिटीज, टेलिकॉम, NBFCs, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर और मेटल शामिल हैं.
टेक्नोलॉजी वेटेज मंथली बेसिस पर 140 अंक बढ़कर 11.6 फीसदी हो गया है, जो नया हाई है. हेल्थकेयर वेटेज 55 महीने के हाई पर है. यह मंथली आधार पर 70 अंक बढ़कर 8.7 फीसदी हो गया है. वहीं, प्राइवेट बैंक का वेटेज मंथली बेस पर 150 अंक घटकर 15.8 फीसदी रह गया, जो 29 महीनों का लो है.
निफ्टी 50 के 44% शेयरों में खरीददार
सितंबर महीने में म्यूचुअल फंड का फोकस फ्रंटलाइन शेयरों पर मिला जुला रहा है. रिपोर्ट के अनुसार निफ्टी 50 के 44 फीसदी शेयरों में म्यूचुअल फंड सितंबर महीने में खरीददार रहे हैं. जबकि एक महीने पहले वे 38 फीसदी और उसके पहले करीब 40 फीसदी शेयरों में खरीददार रहे थे.
AUM 1.4 फीसदी बढ़कर 27.5 लाख करोड़
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट सितंबर में 2.2 फीसदी घटकर 26.9 लाख करोड़ रुपये हो गया है. इक्विटी म्युचुअल फंडों में सितंबर में लगातार तीसरे महीने निकासी देखने को मिली. इस कटेगिरी से 6000 करोड़ का आउटफ्लो हुआ.