देश में चालू खरीफ सीजन में फसलों की रिकॉर्ड बुआई हुई है. इसके चलते इस साल बंपर उत्पादन का अनुमान है. चालू सीजन में फसल की बुआई बढ़कर 11.045 लाख हेक्टेयर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है. पिछले साल के मुकाबले रकबा 5.7% बढ़ा है. इसके चलते इस साल भी और बम्पर फसल उत्पादन का अनुमान है.

खरीफ का बुआई रकबा और भी बढ़ने की उम्मीद है. धान की रोपाई अभी जारी है. दलहन, मोटे अनाज, बाजरा और तिलहन की बुवाई लगभग खत्म हो गई है. खरीफ सीजन के लिए अंतिम बुवाई के आंकड़े 1 अक्टूबर, 2020 को अंतिम रूप दिए जाएंगे, क्योंकि मानसून की करीब 15 सितंबर से राजस्थान से वापसी शुरू हो जाएगी.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बीज, कीटनाशक, उर्वरक, मशीनरी और ऋण जैसे खेती के लिए जरूरी चीजों की बेहतर सप्लाई से खरीफ का रकबा बढ़ा है. लॉकडाउन के बावजूद खेती का दायरा बढ़ा है. उन्होंने कहा कि इसका श्रेय किसानों को जाता है. उन्होंने हमारी योजनाओं और कार्यक्रमों का अच्छी तरह से जवाब दिया और प्रतिकूल स्थिति के बीच एक रिकॉर्ड बनाया.
इस वर्ष सामान्य से अधिक वर्षा के कारण खरीफ फसलों का रकबा बढ़ा है. उन्होंने कहा, “देश में प्राप्त वास्तविक वर्षा सामान्य वर्षा से 7% अधिक है. कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जुलाई में जून और अगस्त में कम वर्षा होती थी और देश के सभी हिस्सों में फसलों की खेती में सामान्य से अधिक बारिश होती थी. देश भर के प्रमुख जलाशय और बांध अच्छी बारिश के चलते भरे हुए हैं. इससे किसानों को आने वाले रबी सीजन के साथ-साथ अगले खरीफ सीजन में भी मदद मिलेगी.