सरकार एक अक्टूबर से टेलीविजन के ओपन सेल के आयात पर 5 फीसदी कस्टम ड्यूटी लगाएगी. इससे टीवी के दाम बढ़ सकते हैं. वैल्यू एडिशन के साथ लोकल मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने यह कदम उठाने का फैसला किया है. टीवी की मैन्यूफैक्चरिंग में ओपन सेल का इस्तेमाल होता है. यह इसका प्रमुख कंपोनेंट है.

सरकार के अधिकारियों ने बताया कि इससे टीवी के दाम बहुत ज्यादा नहीं बढ़ेंगे जैसा कि इंडस्ट्री आशंका जता रही है. इस ड्यूटी के कारण टीवी का मूल्य 250 रुपये से ज्यादा नहीं बढ़ेगा.
वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ”प्रमुख कंपनियां 32 इंच के टीवी के लिए 2,700 रुपये के दाम पर ओपन सेल का आयात कर रही हैं. 42 इंच के टीवी के लिए यह करीब 4,000 रुपये से 4,500 रुपये है. इस तरह ओपन सेल पर 5 फीसदी ड्यूटी का असर 150-250 रुपये से ज्यादा नहीं होगा.”
दूसरी ओर टेलीविजन बनाने वाली कंपनियों ने कहा है कि पूरी तरह से बने पैनल की कीमतें 50 फीसदी बढ़ी हैं. ओपन सेल पर 5 फीसदी ड्यूटी से 32 इंच टीवी के दाम कम से कम 600 रुपये बढ़ेंगे. 42 इंच टीवी के लिए यह बढ़ोतरी 1200-1500 रुपये के बीच हो सकती है. बड़ी स्क्रीन वाले टीवी के लिए इसके और ज्यादा रहने के आसार हैं.
सरकार ने ओपन सेल पर एक साल के लिए कस्टम ड्यूटी से छूट दी थी. 30 सितंबर को यह खत्म हो जाएगी. कस्टम ड्यूटी में छूट का फैसला इसलिए लिया गया था ताकि घरेलू इंडस्ट्री सिर्फ एसेंबलिंग तक सीमित नहीं रहे, बल्कि वैल्यू एडिशन करे. लेकिन, ऐसा नहीं हो सका.
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि घरेलू इंडस्ट्री को लोकल मैन्यूफैक्चरिंग में और निवेश करना चाहिए. उसे बचाने के पर्याप्त उपाय किए जाते रहे हैं. 2017 से पूरी तरह तैयार टीवी के आयात पर 20 फीसदी कस्टम ड्यूटी है. इसके अलावा इस साल जुलाई से कुछ तरह के टीवी के आयात को प्रतिबंधित कैटेगरी में रखा गया है. पिछले साल तक 7,000 करोड़ रुपये के मूल्य के टीवी आयात किए जा रहे थे. अधिकारी ने कहा कि टीवी की एसेंबली और लंबे समय तक नहीं खिंच सकती है. इससे कोई वैल्यू एडिशन नहीं होता है.