नई दिल्ली। असम में सभी सरकारी मदरसों को बंद करने का फैसला लिया गया है, इन मदरसों को स्कूलों में तब्दील किया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने ऐलान किया है कि प्रदेश सरकार ने यह फैसला लिया है कि वह सख्त कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि कई मुस्लिम लड़के फेसबुक पर हिंदू नाम से अकाउंट बनाते हैं और मंदिर के भीतर की अपनी तस्वीरें पोस्ट करते हैं। जब कोई लड़की ऐसे लड़के से शादी कर लेती है तो उसे पता चलता है कि लड़का उसके धर्म का नहीं है। यह प्रमाणिक शादी नहीं है बल्कि यह विश्वास तोड़ना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि वह सख्त कदम उठाएगी। अगले 5 वर्षों तक हम कोशिश करेंगे कि सभी विवाह स्वतंत्र इच्छा से हो और किसी भी तरह का धोखा ना हो। हम इस तरह की शादी के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे, जोकि फर्जीवाड़ा करके की जाती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मदरसों को स्कूलों में तब्दील किया जाएगा, कुछ स्कूलों के शिक्षकों को सरकारी द्वारां संचालित स्कूलों में ट्रांसफर किया जाएगा और मदरसों को बंद कर दिया जाएगा। इस बाबत नवंबर माह में एक नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।
हेमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि मेरी राय है कि सरकार के खर्च पर कुरान की पढ़ाई नहीं कराई जा सकती है। अगर हमे ऐैसा करना है तो हमे बाइबल और भागवत गीता को भी पढ़ाना होगा। लिहाजा हम एक समानता लाना चाहते हैं और इस परंपरा को खत्म करना चाहते हैं।